लेखनी कहानी -28-Dec-2022 सानिया के बने गुरु
शीर्षक-सानिया के बने गुरु
विषय-पहली मुलाकात
यह कहानी सानिया की है।
सानिया रोज कॉलेज जाती थी। सानिया पढ़ाई के अलावा खेल में भी रुचि रखती थी। सानिया को बैडमिंटन खेलना बहुत पसंद था। एक दिन जब सानिया कॉलेज से वापस लौट रही थी तभी उसे कुछ लड़के परेशान करने लगते हैं। वहीं से एक अनजान व्यक्ति सानिया की मदद करता है। अनजान व्यक्ति और सानिया की पहली मुलाकात थी। सानिया उस अनजान व्यक्ति को नहीं जानती थी। अगले दिन सानिया कॉलेज आई थी तभी उसने उस अनजान व्यक्ति को देखा तभी उसने कहा सर गुड मॉर्निंग। सर सर आपने मुझे पहचाना मैं वही कल वाली लड़की कल आपने मुझे उन लड़कों से बचाया था। हां मुझे याद है।
तभी सानिया को पता चलता है वह बैडमिंटन के कोच है। और उन्हें सिखाने आए हैं।
सानिया इस बात से खुश हो जाती है । और सर के साथ बैडमिंटन सीखने लगती है।
1 साल बाद
सानिया बैडमिंटन में नेशनल गोल्ड मेडल जीत कर लाती हैं। इस खुशी के लिए सर के घर जाती है। तभी वह सोचती हैं वह आपकी पहली मुलाकात मुझे आज मेरे मुकाम तक पहुंचा गई। तभी सर कहते हैं क्या सोच रही हो सानिया? कुछ नहीं सर- वह पहली वाली मुलाकात को याद कर रही थी। देखिए ना सर मैंने आज गोल्ड मेडल जीता है। सर सानिया को बहुत-बहुत बधाई देते हैं और कहते हैं तुम मेरी बेटी के बराबर हो और हमेशा एक पिता का मान बनाए रखना। तुम हमेशा प्रगति करो इस तरह सर ने उसे आशीर्वाद दिए।
आज भी सानिया सर को नहीं भूल पाती है और सर को उसने अपना प्रेरणादायक गुरु बना लिया। जिन्होंने पहली मुलाकात में उसकी जान बचाई और आज वह उन्हीं गुरु की वजह से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाई।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Gunjan Kamal
03-Jan-2023 12:34 PM
शानदार लिखा
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Varsha_Upadhyay
30-Dec-2022 05:19 PM
बेहतरीन
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पृथ्वी सिंह बेनीवाल
29-Dec-2022 10:53 PM
बहुत ही सुन्दर
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